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चलो हंसने की वजह ढूंढते हैं, जिधर ना हो कोई गम ऐसी जगह ढूंढते हैं! बहुत भटक लिए ज़िन्दगी के दौड़ में, कहीं सुकून से बैठने की जगह ढूंढते हैं!
सुकून से जीने की तमन्ना में, डर के जीने का तरीका सीख लिया हो अब जैसे! प्यार की तलाश में मानो, अब भरोसा करना छोड़ दिया हो सब पर!
मेरे सपनो की उड़ान को पंख लगाकर, ज़िन्दगी का सही मतलब समझाया, तेरे हर संघर्ष का शुक्रिया कुछ बनकर करना चाहती हूं, तेरे हर बलिदान को गर्व महसूस करा ना चाहती हूं!
कभी परिवार पे, मुसीबत हो! पर पहले वो, अपना देश का फ़र्ज़ निभाते हैं! हाथ में राइफल लिए, वो दिन-रात खड़े रहते हैं। ना फिकर उन्हें कल की, वो आज जान हथेली पर लिए लड़ते हैं!
माना था जिसे अपना,उसने अपने और गैरो में फर्क करना सीखा दिया...
कभी बारिश की तरह खूबसूरत है , तो कभी पतझड़ की तरह बे-रंगीन। ऐ' जिंदगी , तू सिखाती है, समझाती है। जीने की राह दिखाती हैं।
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