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Shruti (Mehendiratta) Choudhary

A Creative Writer by choice and an IT person by profession, Shruti likes to make use of her writings to reach more and more people & help make a difference to the way society has been thinking and acting. She firmly believes that WE are the SOCIETY. She is inclined in writing on general but important issues pertaining to daily life, like health, fitness, psychology, general beliefs, social taboos, changing lifestyle, etc. She likes to travel and believe that one doesn't just spend money on trips but rather earn memories in return. She loves to do poetry in English and Hindi. Shruti is associated to the IT world for 19 years now. But is able to make time for her passion & shares her experience that one should do certain things for their own pleasure and content than just burning the midnight oil for filling in someone else's pocket. She believes that there is no rule book mentioning the correct timing of things in our life and we should enjoy this beautiful gift as it happens and have our own First Hand Experience of things.

Voice of Shruti (Mehendiratta) Choudhary

आइये प्यार से नयी उम्मीद का एक नया दीप जलाते हैं

आइये एक नए प्रकार का दीप जलाते हैं, राम के मात्र नाम को नहीं उनके व्यवहार को भी अपनाते हैं, ईर्ष्या के बदले खुद को सक्षम कर बुलंदी की राह पर चलाते हैं। 

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सर्दी की वो धूप कभी भुला ना पाऊँगी

कभी सूरज की कड़कन से आँख-मिचोली खेलते, पढ़ाई में ध्यान लग भी जाता था, शॉल को टेंट बनाते-बनाते सारा समय निकल जाता था। 

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माँ..

माँ के निश्छल प्रेम को दर्शाती एक कविता 

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अग्नि सी पावन

"अग्नि रूपी चमक जितनी कंगन और श्रृंगार में है, उतना ही ज़ोर आज इनके आत्मविश्वास की धार में है" - सिमित दायरों में बंधी नारी की आशाओं और आत्मविश्वास का एक परिचय।

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कहती है बेटी, तेरा ही अंग हूँ

ये कविता एक माँ और एक बेटी के पावन रिश्ते को समर्पित है। इस बेटी की अपनी माँ से बस इतनी दुआ है- "जो रिश्ता तुम्हारे अंदर शुरू हुआ था, उस पर विश्वास बनाए रखो तो मैं हार कहाँ मानूँ।"

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“ये त्योहार तो बस, एक बहाना है, सोचो अपनों के साथ, कुछ वक़्त बिताना है।”

"आओ मिल कर इक नए समाज का, नया त्योहार मनाते हैं।" हमारे त्योहारों में छुपा है एक जीवन सन्देश-ये कविता एक प्रयास है उस सन्देश को समझ कर जीने का। 

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