कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं? जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!
मासिक धर्म कभी कभी काफ़ी दर्दनाक हो सकता है लेकिन अच्छे आहार और नियमित व्यायाम के साथ आप दर्द और अतिरिक्त रक्तस्राव को कम कर सकते हैं।
एक सी परिस्थिति में ही बेटा के लिए अलग और बेटी के लिए अलग नजरिया रखते हुए रीमा अनजाने में बच्चों की परवरिश में अंतर कर रही थी।
क्योंकि कहते है ना एक ग्रहणी के काम तो कभी ख़त्म नहीं हो। पर कहीं ना कहीं मन में परिवार के साथ सुकून के पल गुज़ारने की कमी खलती रहती थी।
आखिरी बार जो हुआ था मिलना,वो उसकी सांसों का इत्र,आंखों से ढुलकते अश्कों कीकशिश,मुझे फिर उसकी खुशबू से सरोबार करजाते है।
मैंने पूछा सपनों से,क्या तुम कभी सच होते हो?या बाकी सब की तरह तुम भी बस दिलासा ही देते हो? या वही कुछ टूटे सपने, और ख्वाब।
मत बांधों स्वयं को किसी लक्ष्मण रेखा से, आसमान देख रहा है राह तुम्हारी, उठो पंख फैलाओ, ऊंची उड़ान भरो तुम।
अपना ईमेल पता दर्ज करें - हर हफ्ते हम आपको दिलचस्प लेख भेजेंगे!
Please enter your email address