कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं? जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!
महिला दिवस पर महिला-विकास के लिए, तुम्हारे ओजपूर्ण भाषणों के साथ, तुम्हारी उजली सी तस्वीरें हैं। पर तुम्हारे ही घर में, औरतों का...
जैसी तुम रहती हो, वैसा हम रहने की कोशिश करते हैं। तुम जिंदगी भर दोस्त रहने का वादा भी करती हो, हम भी तुम्हारे दोस्त रहने का वादा करते हैं।
समाज के नाम पर, हे भगवान! कितना ध्यान रखोगे तुम, इतनी परवाह कि हमें आदत नहीं, इतनी परवाह करते रहे तुम, तो हो जाएगी हमारी भी आदत खराब।
वो भी तुम्हे माँ की ही तरह प्यार और सम्मान देगी, पराये घर की उस बेटी को कभी गले लगा कर तो देखो, दूसरे घर की लाड़ली को अपना बना कर तो देखो...
चलते रहना थकना मत, इस काली रात की सुबह भी बहुत शानदार होगी, जिंदगी किसने कहा कि आसान होगी।
हाय रे यह समाज, जो बेटे को ही वंशबेल बढ़ाने वाला समझता है और बेटी को बोझ मानता है।
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