कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

कम्युनिटी प्रस्तुत
हुनर की अहमियत

आदिवासी कला केंद्र भोपाल में बोंड चित्रकार स्‍व. कलावती श्‍याम के चित्रों की प्रदर्शनी से साबित होता है कि हुनर की कितनी अहमियत है।

टिप्पणी देखें ( 0 )
और तुम श्रेष्ठ जाओ नहीं मानती!

सोचो क्या कर पाओगे बराबरी तुम, सुबह से शाम तक मेरे उन न खत्म होने वाले कामों की, मेरी उन छोटी-छोटी दम तोड़ती ख्वाइशों की...

टिप्पणी देखें ( 0 )
जैसी वो अट्ठारह बरस की थी…

जैसी वो अट्ठारह बरस की थी, सतरंगी-मनमलंगी, आज पचास की उम्र में उसे वैसी लड़कियाँ कतई नहीं भाती, ये कमबख्त उम्र भला इतनी दोगली कैसे हो जाती?

टिप्पणी देखें ( 0 )
चक्रव्यूह में फंसी स्त्रियां…

चक्रव्यूह में फंसी स्त्रियां, व्यूह के कई चक्कर लगा, पूरे व्यूह को ही, अपनी कनकी उँगली पर उठाकर, आसमान की ओर कुछ यूं उछाल देती हैं...

टिप्पणी देखें ( 0 )
वक़्त वक़्त की बात है…

जो बोलते थे मुझे कि कितना बोलती है, थोड़ी सी देर, चुप भी हो जा ना। आज वही घर देखो, कितना सुना सुना नज़र आता है ना...

टिप्पणी देखें ( 0 )
आया बसन्त…

होने लगा है जिस पल से मुझको खुद में तेरे होने का एहसास। मैं खो सी गई। मैं, मैं न रही, बस तू ही मुझमें, बस तू ही ख़ास।

टिप्पणी देखें ( 0 )
category
community-published
और पढ़ें !

The Magic Mindset : How to Find Your Happy Place

अपना ईमेल पता दर्ज करें - हर हफ्ते हम आपको दिलचस्प लेख भेजेंगे!

Women In Corporate Allies 2020

All Categories