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ज़रूरत उनके और हमारे समान धरातल पर आने की है, उनको मान सम्मान दिलाने की है, यदि अपना जीवन सफल बनाना है, तो सबको गले लगाना है।
शुरुआत करते हैं नये सहर की, भुलाकर पुराने यादों के पहर की। पुराने ख्वाब को खुद से भुलाकर, आज ख़ुद से नई मुलाकात करते हैं...
यदि स्त्री अग्रसर हो रही है प्रगति पथ पर, तो ये बात समाज को खल जाती है। क्या लड़की को ज़िन्दगी सिर्फ औरों की इज्जत रखने को दी जाती है?
बरसों पहले एक नन्ही कली ने खिल कर महकाया मेरा आँगन, उसका चलना, उसका हँसना, उसकी बोली से चहका मेरा आँगन। उसके बचपन की हर हरकत में...
अपने लिए तो करता है हर कोई यहाँ, निस्वार्थ किसी के लिए कभी कुछ करके तो देखो, जो सुकून दिल में महसूस करोगे फिर, कोई और खजाना मिले या नहीं।
हर पल को सुखद बनाती, हर दर्द को मन में छिपाती। उस कोमल दिल को मैंने मां बनने पर पहचाना, मां की ममता को करीब से जाना। मां बहुत ही याद आए...
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