कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

कम्युनिटी प्रस्तुत
अनदेखी, अनचाही और अनोखी, फुलवारी

कभी इंद्रधनुष सी बैंगनी, कभी सूरज सा पीला रंग, कभी नभ सा आसमानी और कभी डूबते भानु की अरुणिमा के संग। सवाल है, कैसे, क्यों, किसलिए पनप गयी?

टिप्पणी देखें ( 0 )
हे कोरोना ये तूने क्या किया

कब होता है दिन, कब ढल जाती है शाम,अब इस बात की भी सुध बुध भी ना रही, हमेशा टिप टॉप रहने वाली मैं भी अब महीनों से पार्लर नहीं गई।

टिप्पणी देखें ( 0 )
मानवाधिकार सर्वमान्य मूलभूत अधिकार हैं…

मानवाधिकारों की सुरक्षा, पालन और जागरूकता केवल संयुक्त राष्ट्र संघ का कर्तव्य नहीं है ब्लकि हर व्यक्ति, संस्था व समाज की जिम्मेदारी है।

टिप्पणी देखें ( 0 )
तोरबाज़ बेहद संवेदनशील विषय पर बनी थकी हुई सी फिल्म है!

तोरबाज़ एक बेहद गंभीर विषय पर कही गई कहानी है जो संजय दत्त के अभिनय और कुछ बच्चों के मासूम कंधों पर टिकी हुई बोझिल सी फिल्म है।

टिप्पणी देखें ( 0 )
महिलाओं के हक का पैरोकार मोहम्मद अकबर

मोहम्मद अकबर के बहीखाते में कई बातें इतिहास में दर्ज की जाती हैं, जो उसके दौर में महिलाओं के हक में मील का पत्थर कही जाती थीं।

टिप्पणी देखें ( 0 )
अपने अस्तित्व का प्रमाण

बार बार वार करता है उसकी मासूमियत पर कभी गालों पर तो कभी हाथों पर कभी चेहरे पर तो कभी आँखों पर इंसान नहीं सामान समझ वो खुद को समझे भाग्यविधाता।

टिप्पणी देखें ( 0 )
category
community-published
और पढ़ें !

The Magic Mindset : How to Find Your Happy Place

अपना ईमेल पता दर्ज करें - हर हफ्ते हम आपको दिलचस्प लेख भेजेंगे!

Women In Corporate Allies 2020

All Categories