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बहू मेरे परिवार का हिस्सा बन पायेगी?

अभी तीन माह ही हुए हैं शादी को। अगर तुम हर छोटी बात को तूल दोगी तो ऐसा न हो कि तुम्हारा जो डर है, वो सच्चाई बन जाए।

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लोग क्या कहेंगे? सलीके से रहो!

ये सलीका सीखाने का अचूक अस्त्र था, "चार लोग क्या कहेंगे!" वैसे, ये चार एक साथ कभी सामने नहीं आए, किन्तु लाखों लड़कियों की जीवन दशा इनकी वजह से खराब थी।

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अन्याय के विरुद्ध आवाज़ उठाना आवश्यक

अन्याय सहना भी एक घनघोर अपराध है, जिससे हमें ही बाहर निकलना होगा, प्रकाश रूपी इस शक्ति को हमें ही अपनी पूरी ताकत से, सब जगह जगमगाते हुए फैलाना होगा।

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मर्दानगी और मेल ईगो पे तंज़ कस रहा है तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर की नई फ़िल्म ‘सांड की आँख’ का टीज़र

सीन से साफ़-साफ़ पता चल रहा है कि मर्दों को औरतों का घर की चार दीवारी से बाहर  निकलकर ‘मर्दों वाले' काम करना उनकी मेल ईगो को कितना खलता है।

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बहुत हुआ धैर्य एवं संयम का बांध,अब और नहीं महोदय!

इतनी तन्मयतापूर्वक कार्य करने के बाद भी आप संतुष्ट नहीं हैं। आपको सिर्फ काम से ही मतलब है और घरवालों को पैसा से।

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एहसास! आँख मूँद कर, सब ख़्वाब यूँ ही कैसे बह जाने दें

पूछ रही है मंज़िल, देख रही अब भी राही का रस्ता, कितना कुछ टूट गया, फिर भी नींव नई गढ़ते हैं, बर्बादी के बाद भी सारे बुनियादी ढांचे कहाँ ढहेंगे।

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