कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं? जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!
दुःख की बात है कि कंगना रनौत आज तक जिन मुद्दों के खिलाफ रही हैं, आज खुद ही उन मुद्दों की 'पोस्टर गर्ल' बन गयी हैं।
दोनों की समागम भावनाओं से होगी रस बरसात, बुनियादों का कर त्याग हमें करना कुरितियों का हनन, गर तुम निभाओ साथ मेरा सुखद होगा ये नवजीवन
हम औरतें ही औरतों की सबसे बड़ी दुश्मन होती हैं और उन्हें किसी भी बात से ताना मारने से नहीं चूकतीं। अकेली हूँ लेकिन असहाय नहीं।
एक ग्रहणी वैसे भी बुआ, मौसी, चाची या ताई के रिश्तों में अपना नाम पहले ही कहीं पीछे छोड़ कर, स्वयं की पहचान खो देती है।
पुरूष वस्त्र उतार कर योगी बन गया और स्त्री वस्त्र उतार कर भोग्या! यह अंतर नेत्रों से दिखता है या आपके हृदय से?
सुबह हुई नहीं कि सबकी फरमाइशें शुरू हो गईं। किसी को चाय तो किसी को स्पेशल कुछ। किसी को न दीपू से मतलब और ना ही रागिनी की नौकरी से।
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