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श्वेता तिवारी और जाने कितनी महिलाओं को घरेलू हिंसा का सामना करना पड़ा है लेकिन इनमें से कई चुप रहीं कितने कारणों की वजह से।
क्या जो तुमने पहले किया वो शादी के बाद भी कर रही हो? नहीं ना? तो जाकर चुपचाप नॉन-वेज बनाओ और नहीं बनाना तो अपने बाप के घर चली जाओ।
पति को भी समझाती थी पर शक्की मन नीरा पर विश्वास नहीं कर पाता था और फिर यही शारीरिक हिंसा और शक उसके मानसिक अवसाद का कारण बन गई।
पहली रात ही सुहागसेज पर अपने पति का इंतजार करती अंकिता का शराब के नशे में डूबे लडख़ड़ाते अपने पति राहुल से पहला परिचय हुआ।
रात को जब रागिनी कमरे के नज़दीक गई, तो उसे अपनी भाभी के रोने की और भाई के भाभी को गालियां देने की आवाज़ आ रही थी।
देख पायल, मैंने हमेशा छोरे की ख्वाहिश रखी, अब या तो तू इस बच्ची को किसी को दे दे या मैं तुझे छोड़ रहा हूँ, देख ले तुझे क्या करना है।
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