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सबसे बड़ा सवाल पापा, जब आप ही मेरे सपने पूरे करने में मेरा साथ नहीं देंगे, तो कोई कल का नया रिश्ता कैसे मेरा साथ देगा?
अभी वो दिन ले कर भी तो आना है, वो दिन नाना नानी, मामा से ना मिल पाएगा, ना समाज देगा, ना सरकार! वो तुम लाओगी माँ, तुम उठो!
बस एक यही डर था जो दोनों को सताता रहता था और इसी असमंजस में थे कि कहीं बताने के बाद बेटी से दूर न हो जाएँ।
पूरे नौ महीने नेहा से घर के सारे काम कराए गए। ये कहकर की घर के काम करने से सामान्य डिलीवरी होगी वरना आपरेशन करना होगा।
पहली बार दिल्ली पुलिस में किसी को लापता बच्चों को तलाशने के लिए आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया गया और ये हैं महिला हेड कॉन्स्टेबल सीमा ढाका...
अपने पाठकों से किये प्रश्न पर आयी प्रतिक्रियाओ को देखकर लगा हाँ, देश बदल तो रहा है लेकिन अभी लड़ाई लम्बी है, संघर्ष अभी भी चल रहा है...
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