कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

हिंदी
मैं ऐसे लोगों को चाय में पड़ी मक्खी समझती हूँ…

लड़कियों को जानबूझकर छूना, उनसे टकराना, उन पर सीटी बजाना, अश्लील इशारे करना, गाड़ी चलाते वक्त जान बूझकर पीछा करना...

टिप्पणी देखें ( 0 )
ख्वाबों के सिमटते रंग

तेरे चांद की चांदनी में ऐ आसमान, मेरी जिल्द की परतें अब सुलगती हैं - चांदनी हो या चाहत, वक़्त के साथ सबके मायने ज़िन्दगी अनुसार बदल जाते हैं।

टिप्पणी देखें ( 0 )
एकदम अप-टू-डेट हूँ-मैं भी फेमिनिस्ट हूँ

यह सब तो जस्ट, फॉर इंस्पिरेशन है, फेमिनिज़्म का झंडा तो आज फैशन है- जी हाँ! ऐसे 'विचार' हम सबके घर में मिलेंगे। 

टिप्पणी देखें ( 0 )
सुनो-टूटी गुड़िया की पुकार

रोज़ कहीं से एक टूटी गुड़िया चिल्लाती है, मेरे गुनहगार को फाँसी क्यों नहीं दी जाती है? क्या उत्तर देंगे हम इन मासूमों के सवालों का?

टिप्पणी देखें ( 0 )
शमा का #MeToo: अपनी “मैं” की पहचान

"गरीब हैं। लेकिन, इतना समझते हैं, गलत को सहते जाएंगे तो हमेशा सहते ही रहेंगे।" #Me Too का सही अर्थ शमा ने आज मेरे को सिखाया।

टिप्पणी देखें ( 0 )
ये ज़िंदगी की पुकार है – खुद पर एतबार रख यारा

आज ज़िंदगी ने तुझ को है पुकारा, "कर ले इस दिल की सारी चाहतें पूरी, चल निकालें मिलकर आशाओं की अपनी ये टोली।"

टिप्पणी देखें ( 0 )

The Magic Mindset : How to Find Your Happy Place

अपना ईमेल पता दर्ज करें - हर हफ्ते हम आपको दिलचस्प लेख भेजेंगे!

Women In Corporate Allies 2020

All Categories