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जिन मर्दों की मानसिकता पर पुरुषवाद का नशा सिर चढ़ कर बोलता है, उनके लिए किसी भी लड़की से छेड़खानी, लड़की की गलती से ही होती है।
सिर्फ किसी खास रिश्ते में मारा थप्पड़ ही घरेलू हिंसा नहीं है। हमारे समाज में हिंसा के स्वरूप कई प्रकार के हैं जिसमें हम और आप सब शामिल हैं।
अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस के तहत 16 दिवसीय कैंपेन Orange the world #HearMeToo चलाया जा रहा है जिसका हम सब हिस्सा बन सकते हैं।
भारत में महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा में लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है। हर रोज़ खबरों में किसी न किसी रेप या अन्य केस के प्रति आक्रोश भड़क रहा होता है।
घबराई सी पहुंची कहने जो अपनी बात, सभी के आंख के इशारे कहने लगे मानो चुप रह, सह, कह नहीं सकते हम ये किसी से...
बात चाहे जो भी हो, लेकिन इस पूरे मामले में बात इतनी ज़रूर है कि लड़की ने लड़के को शादी के लिए ना कहा, और ये लड़के से बर्दाश्त नहीं हुआ .
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