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बापू धाम चंद्रैह्या की पंचायत की वार्ड सदस्या सविता देवी ने ऐसा काम किया है जो महिला सशक्तिकरण एवं लड़कियों के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
मुथुलक्ष्मी रेड्डी के प्रयासों से स्थापित कस्तुरबा चिकित्सालय और कैंसर राहत के लिए अखिल भारतीय संस्थान आज एम्स के रूप में प्रसिद्ध हैं।
अनुसूयाबेन साराभाई श्रम के क्षेत्र में महिलाओं के अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाली प्रमुख महिलाओं में से हैं। वे केवल एक श्रमिक नेता न थीं।
अमेरिका में भारतीय मूल की कमला हैरिस उप राष्ट्रपति की बागडोर संभालेंगी जो ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण है, ये महिला सशक्तिकरण को एक नया रूप देगी।
जयश्री रायजी दहेज विरोधी, बच्चों को गोद लिए जाने, महिलाओं के अवैध व्यापार रोकने और महिलाओं के तलाक संबंधी विधेयकों के लिए अधिक सक्रिय रहीं।
आज ही के दिन जन्मी थीं बूढ़ी गांधी उर्फ मातंगिनी हाजरा जिन्होंने दोनों हाथों में गोलियां लगने के बाद भी तिरंगे को गिरने नहीं दिया।
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