कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं? जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!
माँ, सबसे छोटा शब्द...माँ, सबसे छोटा शब्द लेकिन शब्दकोष में शायद शब्द ही कम पड़ जाएँ, पर माँ को बयाँ नहीं किया जा सकता।
परवरिश बहुत सावधानी से करनी होती है। यहीं से संस्कार मिलते हैं और यही आपका व्यक्तित्व भी तय करती हैं। पर सबकी परवरिश में अंतर होता है।
पिछले दिनों कोरोना महामारी के दौरान अचानक ट्विटर पर मनीषा मंडल का मैसेज वायरल होने लगा कि "क्या कोई डोनर ब्रेस्ट मिल्क दे सकती हैं?"
छोटी सी जान को उसकी मां की गोद में देते हुए डॉक्टर ने कहा, "घबराइए नहीं, बच्ची का रंग थोड़ा दबा हुआ है पर नैन नक्श बहुत अच्छे हैं।"
ब्रेक द चेन क्यूंकि अपने अनुभव से आपने प्रण लिया कि मैं अपने बच्चों के साथ ऐसा नहीं करुँगी! तो आइये मदर्स डे 2021 पर यही बात करें!
माँ का रिश्ता सबसे अहम रिश्ता होता है, माँ हमारे जीवन की पहली शिक्षिका होती है उसी से हम सब सीखते हैं और वह हमें अपने अनुभव के आधार पर सब कुछ सीखती है।
अपना ईमेल पता दर्ज करें - हर हफ्ते हम आपको दिलचस्प लेख भेजेंगे!
Please enter your email address