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पहली नज़र में फ़िल्म द लास्ट कलर केवल विधवाओं की कहानी लगती है लेकिन कई गंभीर मुद्दों पर समाज में घृणित मानसिकता की भी एक खूबसूरत कहानी है यह।
राम गोपाल वर्मा के दिए गए बयान में कहा गया है कि उनके लिए लड़कियों के दिमाग से ज्यादा लड़कियों के शरीर ज्यादा मायने रखते हैं।
द गाली प्रोजेक्ट के तहत गाली देना चाहते हैं तो यहां है 'बावड़ी पूंछ', 'छित्तर खाने आ' और 'भकर्मल्लु' जैसी गालियाँ का खज़ाना जिनका मतलब है...
कोई कम उम्र की लड़की, बिन ब्याही, या फिर उम्र के 50 वे पायदान पार कर चुकी औरत रेड लिपस्टिक लगाए तो लोग तरह तरह की बातें करते हैं...
पुरुषों के दिल का रास्ता पेट से गुजरता है, ये बात भी किसी बेवक़ूफ़ ने कही है। ताकि औरतें सिर्फ रसोई तक ही सीमित रहें।
कोई कृष्ण नहीं अब आयेंग, बाधा ख़ुद आप ही हरनी है, अपनी जाति की आज तुम्हें मर्यादा ऊंची करनी है, अब अपनी दुनिया बदलनी है।
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