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सीमा कुशवाहा ने ह्यूमन्स ऑफ़ बॉम्बे से अपनी ज़िंदगी और निर्भया केस से जुड़ी कुछ यादें और अनुभव साझा किए। आइये पढ़ें उस इंटरव्यू के कुछ अंश यहाँ।
सीमा समृद्धि कुशवाहा चट्टान की भाँति निर्भया के लिए खड़ी रहीं और कितने ही तूफानों को पार करती हुई वह बस आगे बढ़ती गईं।
आज की सुबह न्याय ले कर आयी और निर्भया की माँ ने अपनी बेटी की तस्वीर गले से लगाया और कहा, "आखिरकार तुम्हें इंसाफ मिल गया।"
पटियाला हाउस कोर्ट में दोषियों की फांसी के डेथ वारंट पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। अब उनका कल सुबह 5:30 बजे फांसी पर लटकना तय है।
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