कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं? जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!
क्या आपने अपनी इस बेटी को शादी करने के लिए पैदा किया था? क्यों मुझे हमेशा शादी के ताने सुनने पड़ते हैं? आज आपको ये जवाब देना ही होगा।
मुझे कपड़े पहनने की इजाज़त भी आपसे लेनी पड़ती है और काम के लिए देर रात बाहर रहना हो तो आस-पास का माहौल देखना पड़ता है, तो मैं रिबेल ना करूं?
सब कहती कि एक औरत जब तक बेटे की माँ नही बनती तब तक वो माँ नहीं होती। एक बेटा ही एक औरत के औरत होने का पूर्ण दर्जा दिलाता है...
ऐसे विमेंस डे की हमें तो कोई ज़रूरत नहीं है जहां सिर्फ हवाओं में बातें करी जाए और ज़मीन पर शोषण। आप ही को मुबारक हो ये "विशेष दिन"...
एक हफ्ते के अंदर ही प्रेम दीमा को बहुत अच्छी तरह से समझ गया था और दोनों में एक दोस्ती होने लगी। शायद एक दूसरे का अधूरापन पूरा करते थे दोनों?
दुल्हनिया हो हमारी जग से न्यारी, चाहिए लड़की ऐसे गुणों वाली, लड़के का कोई बखान नहीं, क्योंकि वह तो लड़की देखने आया है।
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