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प्रथा के नाम पर गुड़िया को पीटना तो बस एक बहाना है…

प्रचलित कहानियों के अनुसार गुड़िया को पीटना महिला और बहन पीटने का प्रतीक है, जिसको पीटने में शौर्य है, इज्जत पर लगे हुए बट्टे की धुलाई है।

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शरबत गुला से लेकर आज तक: अफ़ग़ान की औरत, एक सफर जिसका अंत नहीं

मौत शुरू हुई सपनों से, यहाँ की औरतों के। सिर्फ अफ़ग़ान की औरत, घुटती हुई, बेदम! क्या कुँए से निकल कर खाई में जाना ही औरत की नियति है?

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अब तक वो एक अधूरा विवाह निभा रही थी…

"अनुपमा कितना रो ही रही थी। और तुझे पता है अनुपमा को पति का सानिध्‍य जरा भी नहीं मिल पाया उसे, क्‍योंकि उनकी नौकरी ही ऐसी थी।"

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पुराने रिश्ते मेरी ज़िंदगी को पीछे खींचने लगे हैं…

रूऑंसे मन से अनुपमा बोली, “ऐसा लग रहा है धंसी जा रही हूँ रिश्‍ते निभाते-निभाते। इन सामाजिक रिश्‍तों की बागडोर तोड़ी भी नहीं जा सकती न?

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ये है 2021 और दीपिका पादुकोण को रणवीर सिंह के बराबर फीस मांगने का है पूरा हक़!

संजय लीला भंसाली की फिल्म बैजू बावरा को रणवीर सिंह के साथ दीपिका पादुकोण को भी ऑफर किया गया लेकिन दीपिका की फीस...

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फ़ेमिनिज़म का नाम सुनते ही मुझे चिढ़ होने लगती है…

हम में से कई लोग मानते हैं कि नारीवाद से जुड़े लोग यानि फेमिनिस्ट, दुनिया को नियंत्रित करना चाहते हैं और पुरुषों को नीचा दिखाना चाहते हैं।

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