कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं? जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!
कल्पना कीजिये, कैसा महसूस होता होगा इन नन्हे किन्नर बच्चों को जब ये खुद नहीं जानते कि इनके साथ अलग बर्ताव क्यों होता है?
यह सारी LGBTQA समाजसेवी संस्थाएँ एक साथ, एक ही लक्ष्य पर काम कर रही हैं और वह है समानता का लक्ष्य। आइये इनके बारे में और जानें।
रिपोर्ट्स का कहना है कि LGBTQ को कुछ लोग काम पर रख तो लेते हैं परन्तु वहां उनका मानसिक उत्पीड़न किया जाता है, उनका मज़ाक बनाया जाता है।
लोग समलैंगिकता का मतलब ही नहीं समझते कि यह क्या तथ्य है, ग्रामीण लोग इस बात को देवी देवता और अंधविश्वास से जोड़ कर देखते हैं।
इस लेख में मैंने छोटे-छोटे कस्बों और शहरों में केवल LGBTIQ कम्यूनिटी के T को पेश आती मुश्किलों के बारे में बात की है। बाकि आप 'सामान्य लोग' खुद सोचें...
अगर आपने अभी भी अपने मन में एलजीबीटी से जुड़ी अनगिनत गलत फ़हमिया पाल रखी हैं तो इस प्राइड मंथ में जानिए एलजीबीटी से जुड़े कुछ मिथक और तथ्य।
अपना ईमेल पता दर्ज करें - हर हफ्ते हम आपको दिलचस्प लेख भेजेंगे!
Please enter your email address