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जल्दी क्या है, सारा दिन घर पर ही तो रहती हो तुम…

ज्यादा निराशा अंजलि को इस बात से थी कि उसके लिए महत्व रखने वाली इतनी सीधी बात अमन के लिए कितनी गैरज़रूरी थी।

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खरीदार मैं हूँ तुम्हारी, तुम नहीं…

जीवनसाथी तलाशते हो या बुढ़ापे में सेवा करने के लिए कोई आया, मुझे तो तुम्हारा यह समाज आज तक कुछ समझ में नहीं आया...

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कर्नाटक उच्च न्यायालय की पहल में विवाहित बेटी को मिलेगी पिता की नौकरी

विवाहित भुवनेश्वरी पुराणिक ने अपने पिता, स्व. अशोक की बेटी होने के नाते, उनकी नौकरी प्राप्त करने के लिए राज्य सरकार को अर्जी दी थी।

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कल तुम्हारे नाम बदलने की रस्म करनी है…

अतुल जी नाम बदलने की रस्म पुराने समय के रिवाज़ थे, जब अर्रेंज मैरिज में लड़के लड़की मिलना तो दूर, शादी से पहले एक दूसरे को देखते भी नहीं थे।

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बेटियाँ देंगी अपनी माँ को अंतिम विदाई…

जब मेरी माँ अकेली औरत होकर हम बहनों को बेटों की तरह पाल सकती है, तो हम बहनें क्यूँ नहीं उनको अंतिम विदाई दे सकते हैं?

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जहाँ सम्मान नहीं वहाँ शादी नहीं, कर दिखाया इस दुल्हन ने…

बरेली के दूल्हे के मित्रों ने यह सोच लिया कि हम लड़की के साथ जैसा चाहें वैसा बर्ताव कर सकते हैं और आगे जो हुआ उसका उन्हें अंदेसा न था। 

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