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"मम्मा यार! मैं आपकी तरह बहादुर नहीं हूँ। कहीं और जाकर रहना, वो भी सारी जिंदगी के लिए .सोचकर भी मेरा बी.पी डाउन होने लगता है।"
"रिया! देखो ना मैं नए घर के गृहप्रवेश की पूजा का निमंत्रण देने आयी थी और मेरे पीरियड्स आ गए। जरा सेनेटरी पैड देना। दरवाजे पर रख दो। मैं ले लूँगी।"
"माँजी, मैं आगे पढ़ना चाहती हूँ", जब डरते-डरते सरला जी ने अपनी सासूमाँ को कहा तो आंगन में बैठी सरला जी की सासूमाँ जोर से हॅंस पड़ीं।
"वो तुम्हारे मम्मी-पापा है तो तुम्हारा भी फर्ज बनता है उनकी देखभाल करना लेकिन यहां भी तुम्हारी बहुत जरूरत है तो फिर सब कैसे मैनेज होगा?"
मेरी सास तो बहुत अच्छी है माँ। बहुत ख्याल रखती हैं। इतनी अच्छी मेरी किस्मत है कि सास के रूप में मुझे दूसरी माँ मिल गई लेकिन भाभी...
जब पूजा की बारी आई, रंजना ने एक गिफ्ट पैक अपनी तरफ से कुहू को दिया और कहा, "तुम मेरी घर की लक्ष्मी हो! और मैं भी तुम्हारी माँ जैसी हूँ।"
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