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शादी के बाद शैली जब भी पति संग ससुराल जाती तो सास उसके रंग-रूप का मखौल भी उड़ाती और अब तो छोटी बहू भी आ गई थी।
बहु, हमारे घर होली पे गुझिया बनती है। बहुत से मेहमान भी आयेंगे इस बार, नई बहु के हाथों का पकवान चखने, तो इस बार गुझिया तुम ही बनाना।
स्वाति ने जैसे ही डिब्बा खोला, उसे मिठाई कम लगी। उसने विशाल से पूछा तो उसने कहा, "हो सकता है दादी या पापा में से किसी ने खाई हो।"
"आ गयी महारानी? ये भी नहीं सोचा कि बताकर जाएं। सारा काम घर में पड़ा हुआ है। मैं घर के कामों की वजह से आज सरला बहन के पास भी नहीं जा पायी।"
कला सुबह से ही रसोई में लगी थी इतने कम समय में उसने ढेरों पकवान बना दिए थे। कोई कुकिंग काम्पिटीशन होता तो उसे पहला स्थान मिलता।
आजकल की लड़कियों के बड़े नखरे हैं, यह नहीं सोचती कि अगर बड़े कुछ कह रहे हैं तो भले के लिए ही कह रहे हैं। इन्हें तो बस अपनी ज़िद प्यारी है।
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