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बहु को भी तो हम लक्ष्मी के रूप में देखते हैं। लक्ष्मी के आने पर जैसे हम घर को सजाते हैं वैसे ही मन को भी सजा संवार कर तैयार कर लेना चाहिए।
ऋतू बहु अपने गहने तो निकालो सारे के सारे। रेखा देख के पसंद कर लेगी उसे क्या क्या लेने हैं। क्या फ़र्क पड़ेगा भाभी की अलमारी में है या नन्द के?
पहली रात ही सुहागसेज पर अपने पति का इंतजार करती अंकिता का शराब के नशे में डूबे लडख़ड़ाते अपने पति राहुल से पहला परिचय हुआ।
रात को जब रागिनी कमरे के नज़दीक गई, तो उसे अपनी भाभी के रोने की और भाई के भाभी को गालियां देने की आवाज़ आ रही थी।
मैं आपके वक़्त के लिए तरसती रही। जानती थी, आप हमारे परिवार के लिए ही मेहनत कर रहे हैं, फिर भी बहुत से ऐसे पल आये जब आपको मिस किया...
ये तस्वीरें देख निष्ठा को दो महीने पहले की बात याद आ गई जब वो हनीमून से वापस आयी थी तब सासूमाँ ने कैसा बखेड़ा शुरू किया था।
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