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29-शब्द के ट्वीट पर अट्ठाईस महीने, 53 सुनवाई, सत्ता में बैठे पावरफुल लोग, और हम सब के लिए सच्चाई के साथ खड़ी एक महिला - प्रिया रमानी!
रमानी-अकबर केस में आज कोर्ट का यह फ़ैसला औरतों के लिए एक उम्मीद है कि उनकी आवाज़ व्यर्थ नहीं जा रही, बदलता समाज उनकी आवाज़ सुन सकता है।
भारत में सन 2019 में 32033 बलात्कार हुए यानि की एक दिन में 87 से भी कुछ ज़्यादा!फिकरे, जुमले, सीटियाँ, छेड़खानी आम है हिन्दुस्तान में।
लोग अपने बच्चों को 'गुड टच-बैड टच' की परिभाषा बताते हैं मगर अब इस निर्णय के बाद शायद 'बैड टच' यौन हिंसा में आएगा ही नहीं।
अवश्य ही एक ये कदम सब लड़कों की मानसिकता ना बदल पाए या समाज में कोई बहुत बड़ा बदलाव ना ला पाए लेकिन कुछ लड़कियों में हिम्मत ज़रूर भर देगा।
मुझे गर्व है कि तुम्हें अपने, अपनी बहन व अपनी सहेली के सम्मान को बचाने के लिए किसी पुरुष के कन्धों की कोई आवश्यकता नहीं है।
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