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जब आप अपने घर, बच्चों और अपनी पत्नी की जिम्मेदारी उठा नहीं सकते थे, तो पहले ही मुझे बता दिया होता तो आज कहानी कुछ और होती।
आज स्कूलों द्वारा बच्चों से जुड़े रहने हेतु उन्हें ऑनलाइन एजुकेशन और होम स्कूलिंग दी जा रही है, तो फिर ये स्कूल जाने के ताम-झाम क्या वाकई इतने ही जरूरी हैं?
हर माता-पिता को चाहिए कि वे इस तरह से अपने बच्चों को सकारात्मकता के साथ समझाएँ कि सब अजनबी बुरे नहीं होते, सिर्फ उन्हें सही परखने की जरूरत है।
वर्तमान के दौर में माता-पिता से ये अनुरोध है कि अपने बच्चों को चाहे बेटा हो या बेटी घर या बाहर की सभी अच्छी-बुरी बातों से वाकिफ ज़रूर कराएं।
ये बेहद ज़रूरी है कि हम अपनी बच्चों को सुरक्षा के दायरे में रखें, अपने बच्चों को गुड टच और बैड टच की जानकारी बचपन से ही देना शुरू कर दें।
आज ज़माना बदल गया है, थोड़ा आप भी समझिये और बच्चे के दोस्त बनिये। यकीन मानिये बच्चा कुछ भी नहीं छुपाएगा आपसे। आज ज़माना बदल गया है।
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