कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं? जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!
बकौल योहानी दिलोका डी सिल्वा "मणिके मगे हिथे" का तर्जुमा उन भाषाओं में भी हो रहा है जिस भाषा के बारे में वह खुद नहीं जानती हैं।
क्योंकि करीना हीरोइन हैं तो उन्हें हमेशा जवान दिखना चाहिए? उनकी पहचान सिर्फ़ उनकी स्किन नहीं है, उन्होंने मेहनत करके अपनी पहचान बनाई है।
मोहे के कन्यादान ऐड में आलिया भट्ट एक अहम सवाल पूछती हैं- लड़की क्या कोई दान करने की चीज़ है? क्यों सिर्फ कन्यादान? क्यों बेटी पराई है?
तमाम सवालों के बीच किशोर बेटी और अकेले पिता के बीच भरोसे का जो मजबूत पूल बांधने की कोशिश शॉर्ट फिल्म शिम्मी करती है, वह बहुत खुबसूरत है।
कैडबरी नए डेयरी मिल्क ऐड के साथ महिलाओं की सफलता को सेलिब्रेट करने का मौका गवाँना नहीं चाहती है, लेकिन अभी भी इस ऐड में कुछ मिसिंग है...
फिल्म हेलमेट एक लाइन, “चाहिए सब को, मगर मांगता कोई नहीं है” पर टिकी है परंतु अपने मुख्य बिंदु को सही तरीके से प्रस्तुत नहीं कर पाई।
अपना ईमेल पता दर्ज करें - हर हफ्ते हम आपको दिलचस्प लेख भेजेंगे!
Please enter your email address