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बॉलीवुड फिल्मों को देखकर ऐसा लगता है कि दोस्ती का भी जेंडर होता है, हिंदी फिल्मों के अनुसार एक लड़का-लड़की तो क्या, लड़कियां भी आपसी दोस्ती नहीं निभा सकतीं।
फिल्म शकुंतला देवी के रिलीज़ से पहले एक बहुत ही सुंदर कविता रिलीज़ की गई है, साईनी राज की Dear Daughters of India, जिसे विद्या बालन सुना रही हैं।
बाहर भले ही सन्नाटा पसर गया लेकिन किसी के घर में बस शोर ही शोर था। लॉकडाउन के 76वें दिन कुछ हुआ था, क्या? आइए जानते हैं इस शॉर्ट फिल्म रिलेशनशिप मैनेजर में।
बेहद महत्वपूर्ण है कि शॉर्ट फिल्म बेबाक़ जैसी और फिल्में बनाई जाएँ और इन्हें ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुँचाया जाए ताकि इससे समाज में बदलाव प्रेरित हो।
सिनेमा ने भी बारिश के मौसम को कभी ख़ुशी में तो कभी ग़म के रूप में पिरोया है। गाने आज के हों या कल के, बारिश के ये 10 गाने सदाबहार हैं।
बॉलीवुड कोरियोग्राफर सरोज खान भारत में कोरियोग्राफी की महारथी थीं और हमेशा रहेंगी, उन्होंने सिनेमा में डांस के मायने को नई परिभाषा दी।
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