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"ये क्या बहु? इतनी बड़ी घटना हो गई मेरे मायके में तुमने ना इतने दिन मुझे फ़ोन ही कर हाल चाल पूछा और ना मेरे वापस आने पे कुछ समाचार पूछा?"
एक बार फिर अनामिका दंग रह गई, उसे बिल्कुल उम्मीद नहीं थी कि उसके मांगते से ही दमयंती उसे इतना कीमती तोहफ़ा दे देगी।
अब पिछली बार की बात ही ले लो... ट्रेन में किसी लड़के से हाथापाई कर ली थी। कौन समझाए लड़की का मामला है कहीं ऊंच-नीच हो गई तो?
जेठानी की बातें सुन नैना की ऑंखें भर आयीं। राजीव से जब नैना की नज़र मिली तो राजीव खुद अपराधबोध से भर उठे।
"ये रिश्ते, ये नाते, मेरी समझ में नहीं आते। सच्ची बताऊँ दिल भर गया है इनसे। मन करता है एक लम्बी नींद सो जाऊँ कभी आंख ना खुले कोई ना दिखे..."
माँ, अनुज का चक्कर दूसरी लड़की से चल रहा है। पहले वो घर से बाहर मिलता था लेकिन जब मैंने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया तो वो निडर हो गया...
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