कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

कथा और कविता
अपनी इस प्रेम कहानी का अंत मुझे समझ नहीं आ रहा था…

निशा तो स्तब्ध रह गई, कुछ भी न कह पाई, उसकी धड़कनें तेज़ हो गईं और हाथों की पकड़ मजबूत हो गई... लेकिन उसके आगे क्या हुआ?

टिप्पणी देखें ( 0 )
जाते-जाते हर माँ एक किस्सा बनकर रह जाती है…

अपनी उम्र के अंतिम पड़ाव में खाट पर पड़ी माँ अपने हिस्से के किस्से सुनाती, किस्सा बनकर ही हमारे जीवन में रह जाती हैं!

टिप्पणी देखें ( 0 )
कहीं बहू के पेट में भूत का बच्चा तो नहीं?

"हां, माजी ना जाने क्यो सुबह उठते ही जी मचलाता है और दिन भर चक्कर आते हैं खाने का भी  कुछ जी नहीं करता", बहु ने कहा तो...उसके बाद क्या हुआ?

टिप्पणी देखें ( 0 )
कम से कम ससुराल वाले तुम्हें भूखा तो नहीं मार रहे…

तेरे कारण मेरी दोनों छोटी बेटियों की शादी नहीं हो पाएगी। लोग कहेंगे कि बड़ी बहन तो खुद पीहर आकर बैठी हुई है, पता नहीं छोटी कैसी होगी।

टिप्पणी देखें ( 0 )
अगर ये सब आलस है, तो हाँ मैं हूँ आलसी…

कितनी बार राकेश से बोला था कि मेरे लिए मेड लगा दो, अब नहीं होता अकेले सारा काम...पर‌ मजाल है जो राकेश उसकी बातों को सुन लें।

टिप्पणी देखें ( 0 )
मम्मी, आप ये सब क्यूं झेलती रहती हैं?

ऐसा नहीं बोलते हर्ष वो तुम्हारे पापा हैं और आपको मम्मी-पापा के बीच में नहीं बोलना है और ये सब किसी को नहीं बताना है, वरना...

टिप्पणी देखें ( 0 )
topic
short-stories-poetry
और पढ़ें !

The Magic Mindset : How to Find Your Happy Place

अपना ईमेल पता दर्ज करें - हर हफ्ते हम आपको दिलचस्प लेख भेजेंगे!

Women In Corporate Allies 2020

All Categories