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भवानी देवी का संघर्ष अपने परिवार की आर्थिक चुनौतियों और तलवारबाज़ी प्रतियोगियों में मिली निराशाओं की आग में तपकर कुंदन बन रहा है।
महिला क्रिकेट टीम का कम वेतन अपने कौशल को विकसित करने के लिए वो सुविधाएँ नहीं दिला पता क्यूंकि उनको मिलने वाली राशि बहुत कम होती है।
आज देश को जरूरत है कि न केवल मुक्केबाज़ लवलीना बोरगोहेन को जाने, बल्कि उनकी मेहनत, उनके संघर्ष और उनकी लगन के बारे में भी जाने।
दीपिका कुमारी कहती हैं, “समाज में कई जगहों पर पुरुष लेडीज फर्स्ट का जुमला उछाल देते हैं। महिलाएं भी बेहतर कर सकती हैं उनको पहले मौका तो दो।"
एक बड़ी खुशखबरी - दिल्ली खेल विश्वविद्यालय कुलपति पद पर भारत की पहली महिला ओलंपिक पदक विजेता कर्णम मल्लेश्वरी जी की नियुक्ति हुई हैं।
मैं ये नहीं जानती की सुशील कुमार सही हैं या ग़लत पर ये खबर देखने के बाद मेरे जैसे कई लोगों को निराशा ज़रूर हुई होगी। मेरे लिए वो हीरो थे।
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