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जब नौकरी के आदेश, पति के तकाजे, बच्चों की इच्छाएं पूरी करने में 19-20 का फर्क रह जाता है ना, तो ये अंतर एक औरत, एक पत्नी, माँ के नाते बहुत भारी पड़ता है।
एक बात मुझे अक्सर खटकती थी, 'हमारे साथ लड़कियां इतनी कम क्यों है हर क्लास में?" कहीं सात, कहीं चार और कहीं मात्र एक। कहां चली जाती है ये टॉपर लड़कियाँ?'
यहां ऑनलाइन शॉपिंग के कुछ ऐसे एथनिक ब्रांड्स हैं जहां पर आप आज भी घर बैठे-बैठे कर सकती हैं अपनी पसंद के कपड़ों की शॉपिंग, बिना किसी टेंशन के।
हमारी अच्छाई के हक़दार कौन कौन हैं ये तय करना हमारा काम है क्यूंकि शेर हमें नहीं खाए क्यूंकि हम शाकाहारी हैं, ये तो सही तथ्य नहीं है ना?
क्यूंकि माँ मैं आपसे इन दिनों नहीं मिल नहीं पा रही, तो सोचा क्यों ना आज कुछ अलग हो जाए? तो माँ इस लिस्ट को पढ़िए और बताएं क्या मंद-मंद मुस्कुरा रहे हैं आप?
आपके घर के बड़े-बूढ़ों ने ज़रूर युद्ध के समय ऐसा माहौल देखा होगा जब अपने ही घरों में लोग बंद हो जाया करते थे और उन्हें घर की सारी लाइट्स बंद करके अंधेरे में रहना पड़ता था।
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